
भारतीय सेना की रोमियो फोर्स ने पुंछ में घर-घर सर्वेक्षण किया, पाकिस्तानी गोलाबारी से प्रभावित नागरिकों को दी मदद
जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir News): पाकिस्तान (Pakistan) द्वारा सीमा पार (Cross-border firing) की गई गोलाबारी (Ceasefire violation) के बाद, भारतीय सेना (Indian Army) की रोमियो फोर्स (Romeo Force) ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ (Poonch) जिले में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास झलस क्षेत्र (Jhallas sector) में घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया। इस अभियान (Operation) का उद्देश्य आवासीय संरचनाओं (Residential structures) को हुए नुकसान (Damage assessment) का आकलन करना और प्रभावित नागरिकों (Affected civilians) को तत्काल चिकित्सा सहायता (Medical aid) प्रदान करना था।
पाकिस्तानी गोलाबारी से भारी तबाही, नागरिकों की मुश्किलें बढ़ीं
पाकिस्तान की तरफ से हुई गोलीबारी (Pakistani shelling) में स्थानीय निवासियों (Local residents) को काफी नुकसान हुआ है। गांव में खाने-पीने की चीजें (Food supplies) भी खराब हो गई हैं, जबकि कुछ घरों में राशन (Ration shortage) की भी परेशानी है। गोलाबारी के कारण कई घरों की दीवारें (House damages) ध्वस्त हो गई हैं और पशुओं (Livestock) की भी मौत हुई है।
भारतीय सेना का मानवीय अभियान: घर-घर जाकर मदद पहुंचाई
एकजुटता (Solidarity) और करुणा (Compassion) के एक मजबूत प्रदर्शन में, भारतीय सेना (Indian Army) ने नियंत्रण रेखा (LoC) के पास स्थित जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के पुंछ जिले (Poonch district) के कई इलाकों में घर-घर जाकर लोगों से संपर्क करने का अभियान (Door-to-door survey) शुरू किया है। ये क्षेत्र हाल ही में पाकिस्तानी गोलाबारी (Pakistani ceasefire violation) की लहर से बुरी तरह प्रभावित हुए थे।
सेना के जवान (Army personnel) स्थानीय निवासियों (Local residents) से सक्रिय रूप से बातचीत करते हुए देखे गए, उन्हें न केवल आश्वासन (Assurance) दिया बल्कि दवाइयों (Medicines) और राशन (Ration supply) की आपूर्ति जैसी आवश्यक राहत सामग्री (Relief material) भी दी।
वीडियो में दिखी सेना की मदद, स्थानीय लोगों ने जताई कृतज्ञता
अब सामने आए एक वीडियो (Viral video) में सेना के जवानों को सीमा पार से आक्रमण (Cross-border aggression) से सबसे अधिक प्रभावित लोगों को सहायता (Humanitarian aid) वितरित करते हुए दिखाया गया है। दृश्यों में स्थानीय लोगों (Local villagers) को बहुत जरूरी सहायता प्राप्त करते हुए देखा जा सकता है, जबकि सैनिक उनके साथ गर्मजोशी (Warmth) और सहानुभूति (Empathy) के साथ बातचीत करते हैं।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ा तनाव, भारत ने दिया मजबूत जवाब
यह मानवीय प्रयास (Humanitarian effort) भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindhu) शुरू किए जाने के बाद नियंत्रण रेखा (LoC tension) पर बढ़े तनाव के मद्देनजर किया गया है। पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में शिविरों को निशाना बनाकर सीमा पार आतंकी ढांचे (Cross-border terror infrastructure) को खत्म करने के लिए उच्च तीव्रता वाला सैन्य अभियान (Military operation) चलाया गया था।
यह अभियान 22 अप्रैल को पहलगाम (Pahalgam attack) में हुए भीषण आतंकी हमले (Terror attack) का सीधा और रणनीतिक जवाब (Strategic response) था, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों (Innocent civilians) की जान चली गई थी।
SIA की छापेमारी: आतंकवाद को जड़ से उखाड़ने का अभियान
इस बीच, जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (SIA) ने आतंकवाद (Terrorism) को जड़ से उखाड़ने के लिए सोपोर (Sopore) और बारामुल्ला (Baramulla) सहित संदिग्ध इलाकों (Suspect areas) में छापेमारी (Raids) की है। इस कार्रवाई में कई आतंकवादी ठिकानों (Terror hideouts) को निशाना बनाया गया है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने क्या कहा?
इस पूरे मामले पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “यह एक ‘बड़ी सफलता’ (Big success) है, भारत और पाकिस्तान के बीच गुस्से का स्तर (Level of anger) अच्छी बात नहीं थी।”
निष्कर्ष: भारत की मजबूत रणनीति और जन-कल्याण
भारतीय सेना (Indian Army) और सुरक्षा बलों (Security forces) की यह पहल दिखाती है कि देश न केवल सीमा सुरक्षा (Border security) को लेकर गंभीर है, बल्कि प्रभावित नागरिकों (Affected citizens) की मदद के लिए भी तत्पर है। पाकिस्तान की ओर से लगातार हो रही गोलाबारी (Ceasefire violations) के बावजूद, भारत ने अपनी मानवीय छवि (Humanitarian image) को बरकरार रखा है।