
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज जम्मू-कश्मीर के दौरे पर, ऑपरेशन सिंदूर और सीमा सुरक्षा पर चर्चा
जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir): केंद्रीय रक्षा मंत्री (Defence Minister) राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) आज जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं। यह दौरा भारत-पाकिस्तान (India-Pakistan) के बीच हुए सैन्य टकराव (Military Conflict) और ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindhu) की सफलता के बाद हो रहा है। इस यात्रा के दौरान वह सीमा सुरक्षा (Border Security) की समीक्षा करेंगे और सशस्त्र बलों (Armed Forces) के जवानों से मुलाकात करेंगे।
ऑपरेशन सिंदूर और भारत-पाकिस्तान युद्धविराम
7 मई को भारतीय सेना (Indian Army) ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम (Pahalgam) में हुए आतंकी हमले (Terror Attack) का जवाब देने के लिए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था। इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी। भारतीय सैनिकों ने सीमा पार कर पाकिस्तान (Pakistan) के आतंकी ठिकानों (Terror Launchpads) को निशाना बनाया, जिसके बाद दोनों देशों के बीच भीषण गोलीबारी (Ceasefire Violation) हुई। 10 मई को युद्धविराम (Ceasefire Agreement) होने के बाद स्थिति शांत हुई है।
रक्षा मंत्री की यह यात्रा सीमा सुरक्षा (Border Security) और सैन्य तैयारियों (Military Preparedness) को लेकर महत्वपूर्ण मानी जा रही है। उनके साथ जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल (Lieutenant Governor) मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) भी होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी की उच्चस्तरीय बैठक
राजनाथ सिंह का यह दौरा सोमवार को हुई उच्चस्तरीय बैठक (High-Level Meeting) के बाद हो रहा है, जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने की थी। इस बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S. Jaishankar), राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (Ajit Doval), चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान (General Anil Chauhan) और तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल हुए थे।
ब्रह्मोस मिसाइल प्रोजेक्ट और आत्मनिर्भर भारत
रविवार को राजनाथ सिंह ने लखनऊ (Lucknow) में ब्रह्मोस मिसाइल (BrahMos Missile) के एकीकरण और परीक्षण केंद्र (Integration and Testing Facility) का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि यह परियोजना भारत की आत्मनिर्भरता (Self-Reliant India) को मजबूती देगी। इस सुविधा से उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे (UP Defence Industrial Corridor) को बढ़ावा मिलेगा और 500 से अधिक प्रत्यक्ष (Direct Jobs) और 1000 अप्रत्यक्ष रोजगार (Indirect Employment) पैदा होंगे।
रक्षा मंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindhu) में भारतीय सेना (Indian Army) की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा, “यह पहली बार नहीं है कि भारत ने आतंकवादी हमलों (Terrorist Attacks) का मुंहतोड़ जवाब दिया है। उरी सर्जिकल स्ट्राइक (Uri Surgical Strike), बालाकोट एयर स्ट्राइक (Balakot Air Strike) और अब पहलगाम हमले के बाद भारत ने दुनिया को दिखा दिया है कि वह आतंकवाद (Zero Tolerance Against Terrorism) को बर्दाश्त नहीं करेगा।”
मध्य प्रदेश मंत्री विजय शाह पर FIR, सुप्रीम कोर्ट पहुंचे
इस बीच, मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मंत्री विजय शाह (Vijay Shah) पर भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी (Colonel Sofia Qureshi) के बारे में विवादित टिप्पणी (Controversial Remark) करने के बाद FIR दर्ज की गई है। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट (MP High Court) के आदेश के बाद पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज किया। विजय शाह ने अब सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) का दरवाजा खटखटाया है और याचिका (Petition) दायर की है।
भाजपा (BJP) के वरिष्ठ नेताओं ने उनसे इस्तीफा (Resignation) देने की मांग की है, लेकिन अभी तक उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) को इस मामले की रिपोर्ट भेजी गई है।
निष्कर्ष
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का जम्मू-कश्मीर दौरा सीमा सुरक्षा (Border Security) और सैन्य रणनीति (Military Strategy) के लिहाज से अहम है। ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindhu) ने एक बार फिर भारत की सैन्य शक्ति (India’s Military Power) को दुनिया के सामने रखा है। साथ ही, ब्रह्मोस मिसाइल प्रोजेक्ट (BrahMos Project) जैसी पहलें देश को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर (Self-Reliant in Defence) बना रही हैं।