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<p style="text-align: justify;"><strong>Bangladesh News:</strong> बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के मुश्किलें कम नहीं हो रही है. इसी बीच मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग पर चुनाव लड़ने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है. </p>
<p style="text-align: justify;">मुहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार के एक प्रमुख सलाहकार ने घोषणा की कि शेख हसीना की अवामी लीग को भविष्य के चुनावों में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>रैली के दौरान किया ऐलान</strong></p>
<p style="text-align: justify;">भेदभाव विरोधी आंदोलन के एक प्रमुख नेता महफूज आलम ने चांदपुर जिले में एक रैली में घोषणा करते हुए कहा, "चुनाव केवल बांग्लादेश समर्थक समूहों के बीच ही लड़े जाएंगे." उन्होंने कहा, " खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी), जमात-ए-इस्लामी और अन्य बांग्लादेश समर्थक समूह ही देश में अपनी राजनीतिक गतिविधियां जारी रखेंगे." गौरतलब है कि शेख हसीना की सरकार के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन में महफूज आलम ने अहम भूमिका निभाई थी. </p>
<p style="text-align: justify;"><strong>बीएनपी ने किया विरोध</strong></p>
<p style="text-align: justify;">बीएनपी ने किसी भी राजनीतिक दल पर प्रतिबंध लगाने का विरोध किया है, जो अवामी लीग के राजनीतिक भविष्य पर एक संतुलित रुख का संकेत देता है. पार्टी ने न्यूनतम सुधारों के बाद जल्द से जल्द चुनाव कराने का आह्वान किया.</p>
<p style="text-align: justify;"> बीएनपी महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने हाल ही में चेतावनी दी थी कि अंतरिम सरकार को अपने सुधारों को लंबा नहीं खींचना चाहिए, क्योंकि अन्यथा इसमें एक दशक लग सकता है. उन्होंने कहा, "एक अनिर्वाचित सरकार को लंबे समय तक नहीं चलना चाहिए."</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>चुनाव को लेकर मोहम्मद यूनुस ने कही थी ये बात</strong></p>
<p style="text-align: justify;">पिछले महीने यूनुस ने कहा था कि देश में अगला आम चुनाव 2025 के अंत या 2026 की पहली छमाही में हो सकता है. हालांकि, उन्होंने कहा था कि चुनाव का समय काफी हद तक राजनीतिक आम सहमति और उससे पहले किए जाने वाले सुधारों की सीमा पर निर्भर करेगा.</p>
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