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North Korea Tested Cruise Missiles: उत्तर कोरिया ने हाल ही में समुद्र से सतह पर मार करने वाली गाइडेड क्रूज मिसाइलों का सफल परीक्षण किया है. यह परीक्षण किम जोंग उन की देखरेख में हुआ, जिन्होंने इसे अपने सशस्त्र बलों की युद्ध निरोधक क्षमता को और बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया.
उत्तर कोरियाई समाचार एजेंसी KCNA के अनुसार, इस परीक्षण में मिसाइलों ने लगभग 1,500 किलोमीटर (930 मील) की अंडाकार और आठ-आठ की कक्षाओं में यात्रा की. मिसाइलों ने सटीकता से अपने टारगेट को हिट किया और यह भी दिखाने की कोशिश की कि इस परीक्षण का पड़ोसी देशों की सुरक्षा पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा.
ट्रंप ने किम को बताया स्मार्ट व्यक्ति
हालांकि, यह स्पष्ट नहीं किया गया कि परीक्षण कहां हुआ, लेकिन यह उत्तर कोरिया की ओर से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के व्हाइट हाउस लौटने के बाद पहला हथियार परीक्षण था. ट्रंप ने अपने कार्यकाल के दौरान किम जोंग उन के साथ कुछ ऐतिहासिक बैठकें की थीं और उन्होंने किम को एक स्मार्ट व्यक्ति बताया है.
नॉर्थ कोरिया-अमेरिका संबंध
हाल ही में नॉर्थ कोरिया ने संयुक्त सैन्य अभ्यास के लिए अमेरिका और साउथ कोरिया की आलोचना की. इस पर नॉर्थ कोरियाई विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि DPRK को अमेरिका का कठोर जवाब देना चाहिए जब तक कि वह नॉर्थ कोरिया की संप्रभुता और सुरक्षा हितों को अस्वीकार करता है.
उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच संबंध पिछले कुछ सालों में ज्यादा खराब हो गए हैं, खासकर जब नॉर्थ कोरिया ने पिछले साल संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों का उल्लंघन करते हुए कई बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया था.
क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा पर प्रभाव
नॉर्थ कोरिया के इस मिसाइल परीक्षण ने एक बार फिर से क्षेत्रीय सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित कर दिया है. हालांकि परीक्षण का पड़ोसी देशों की सुरक्षा पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा, लेकिन यह हथियार परीक्षण साउथ कोरिया और अमेरिका के साथ तनावपूर्ण संबंधों को और बढ़ा सकता है.
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