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Taslima Nasreen on Sheikh Mujibur Rehman Home : बांग्लादेश के आजादी के नायक और इसके स्वतंत्र देश के रूप में अस्तित्व में लाने वाले संस्थापक बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के राजधानी ढाका स्थित घर को हजारों प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने ढहा दिया. प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने बंगबंधु के घर में पहले आगजनी कर दी, फिर इसे बुलडोजर से ढहा दिया.
वहीं, बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस सरकार ने इसे रोकने के लिए कोई सख्त कदम नहीं उठाया. यहां तक बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के किसी नेता ने भी इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद इसकी निंदा तक नहीं की है. इसे लेकर निर्वासन में जी रही बांग्लादेश की विख्यात लेखिका तस्लीमा नसरीन ने इसे इस्लामिक आतंकवादियों का काम बताया है.
“बांग्लादेश के निर्माता की आखिरी निशान को भी जला दिया”- नसरीन
बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के घर में आगजनी करने और तोड़फोड़ को लेकर लेखिका तस्लीमा नसरीन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “आज स्वतंत्र बांग्लादेश के निर्माता की आखिरी निशानी भी जलकर राख हो गई. रो बांग्लादेश रो.” वहीं, एक अन्य पोस्ट में लेखिका ने लिखा, “अगर लोगों में शेख हसीना के प्रति गुस्सा है तो इस्लामी आतंकवादी बंगबंधु शेख मुजीब के संग्रहालय पर हमला करके उसे क्यों जला रहे हैं? क्या हसीना को देश से बाहर निकालना ही काफी नहीं था?”
The last trace of the architect of independent Bangladesh has been burned to ashes today.
Cry, Bangladesh, cry. pic.twitter.com/lj17JJ4IzJ
— taslima nasreen (@taslimanasreen) February 5, 2025
इस्लामिक देश बनाने का सपना कर रहे पूरा
लेखिका तस्लीमा नसरीन ने बंगबंधु के घर पर हमला करने वालों को पाकिस्तान समर्थक बताया, जो बांग्लादेश को इस्लामिक देश बनाना चाहते हैं. उन्होंने कहा, “ये वही लोग हैं जो कभी स्वतंत्र बांग्लादेश नहीं चाहते थे, जिन्होंने धर्मनिरपेक्षता को नकार दिया था.”
उन्होंने कहा, “जो 1971 में एक इस्लामी राज्य चाहते थे और पाकिस्तान जैसे उग्रवादी देश के साथ गठबंधन करना चाहते थे. वे और उनके वंशज ही आज सब कुछ जला रहे हैं. वो जो कट्टर मुसलमान है, काफिरों से घृणा करते हैं, जो महिला द्वेषी है.”
तस्लीमा नसरीन ने मोहम्मद यूनुस को बताया जिम्मेदार
बांग्लादेशी लेखिका ने ढाका में हुई इस घटना के लिए मोहम्मद यूनुस को जिम्मेदार बताया है और कहा कि अब पाकिस्तान समर्थक हीं बांग्लादेश की सत्ता में हैं और वे मोहम्मद यूनुस की सरकार है. इसलिए देश में कानून लागू करने वाली सभी संस्थाएं तब भी मौन साधे रहती है जब ये लोग हर तरफ तबाही मचाते रहते हैं. तस्लीमा नसरीन ने कहा, “शेख मुजीब और मुक्ति संग्राम के इतिहास को मिटाना ही उनका सपना है और 5 अगस्त 2024 से ही वे अपने सपने को हकीकत बना रहे हैं.“
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