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PM Modi US Visit: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात से कुछ घंटे पहले सोशल मीडिया पर एक रहस्यमयी पोस्ट किया, जिसने अटकलों को तेज कर दिया. उन्होंने लिखा,“तीन महान हफ्ते, शायद अब तक के सबसे अच्छे, लेकिन आज सबसे बड़ा दिन है: पारस्परिक टैरिफ. अमेरिका को फिर से महान बनाएं.”
पारस्परिक टैरिफ (Reciprocal Tariff) नीति के तहत अमेरिका उन देशों पर उतना ही टैरिफ लगाएगा जितना वे अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क लगाते हैं. इससे वैश्विक व्यापार में उथल-पुथल मच सकती है और भारत समेत कई बड़े व्यापारिक साझेदार प्रभावित हो सकते हैं. ट्रंप ने पहले ही कहा था,“पारस्परिक होने का समय आ गया है. अगर वे हमसे शुल्क लेते हैं, तो हम उनसे शुल्क लेंगे.” उनका यह बयान संकेत देता है कि अमेरिका जल्द ही उन देशों की सूची जारी करेगा जिन पर यह टैरिफ लागू होगा.
भारत-अमेरिका व्यापार पर क्या असर पड़ेगा?
ट्रंप प्रशासन का मानना है कि भारत की टैरिफ नीतियां अमेरिकी व्यापार के लिए बाधा हैं. ट्रंप ने भारत को कई बार “टैरिफ किंग” कहा है, क्योंकि वे मानते हैं कि भारत अमेरिकी उत्पादों पर अधिक टैक्स लगाता है. यदि अमेरिका भारत पर नया टैरिफ लगाता है, तो यह भारतीय निर्यात को प्रभावित कर सकता है. ट्रंप पहले ही कई देशों पर टैरिफ लगा चुके हैं.
डोनाल्ड ट्रंप ने पहले ही मैक्सिको और कनाडा से आयातित उत्पादों पर 25% टैरिफ और चीन से आयातित उत्पादों पर 10% टैरिफ लगाया था. हालांकि, मैक्सिको और कनाडा के साथ 1 मार्च तक टैरिफ रोकने का निर्णय लिया गया, क्योंकि दोनों देशों ने अवैध आव्रजन और मादक पदार्थों की तस्करी पर कड़ा रुख अपनाने का आश्वासन दिया था.
प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस की यात्रा पूरी करने के बाद वॉशिंगटन डीसी पहुंचे. वे राष्ट्रपति ट्रंप से मिलने वाले चौथे विदेशी नेता हैं. शुक्रवार (IST) को 2.30 बजे दोनों नेता संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे.
बैठक में व्यापार, रक्षा और रणनीतिक सहयोग जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा होगी. बता दें कि ट्रंप प्रशासन बार-बार कह चुका है कि भारत के अमेरिकी उत्पादों पर लगाए गए शुल्क अनुचित हैं. अगर पारस्परिक टैरिफ नीति लागू हुई, तो भारत पर अतिरिक्त कर लग सकता है.
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