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Egypt on Re-development of Gaza US : मध्य-पूर्व देश मिस्र (Egypt) युद्ध में तबाह हो चुके गाजा को फिर से बसाने की योजना पर काम कर रहा है. लेकिन मिस्र की सरकारी अखबार अल-अहराम के मुताबिक, मिस्र की योजना की खास बात यह है कि इसमें फिलिस्तीनियों को गाजा पट्टी से हटने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा.
इस योजना के तहत मिस्र गाजा के आसपास के इलाकों में कुछ सुरक्षित ठिकाने बना रहा है, जहां पर शुरुआती दौर में फिलिस्तीनी रहे सकते हैं. वहीं, मिस्र की और कई अन्य अंतरराष्ट्रीय निर्माण कंपनियां गाजा पट्टी में बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण का काम करेंगी. मिडिल ईस्ट देश के इस योजना को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की योजना का जवाब माना जा रहा है.
डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा को लेकर की थी घोषणा
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा पट्टी पर कब्जा करने और कॉलोनियां बसाने की योजना की घोषणा की थी. वहीं, मिस्र की यह योजना गाजा की करीब 23 लाख की फिलिस्तीनी आबादी को हटाने के डोनाल्ड ट्रंप की घोषणा के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मचे बवाल के बाद आया है. ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका गाजा पट्टी पर कब्जा कर लेगा और मध्य पूर्व के रिवेरा के तौर पर पुनर्निर्माण करेगा. हालांकि, यहां फिलिस्तीनियों को वापस बसने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
ट्रंप ने इस घोषणा का विरोध करते हुए फिलिस्तीनियों ने कहा कि वे अपनी मातृभूमि को छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे. ट्रंप के इस योजना के तहत मिस्र और जॉर्डन ने गाजा से विस्थापित होने वाली आबादी को अपने यहां शरण देने से अस्वीकार कर दिया. कई यूरोपीय देशों ने भी इस योजना का निंदा की है. हालांकि, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ट्रंप के इस योजना की तारीफ की है और उन्होंने कहा कि इजरायल इसे लागू करने की तैयारी कर रहा है.
अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मिस्र कर रहा योजना पर चर्चा
मिस्र के अधिकारी यूरोपियन राजनयिकों के साथ-साथ सऊदी अरब, कतर और यूनाइटेड अरब अमीरात (यूएई) से अपनी योजना को लेकर चर्चा कर रहे हैं. मिस्र के एक अधिकारी और एक अरब राजनयिक ने बताया कि इस दौरान गाजा के पुनर्निर्माण के लिए धन जुटाने के तरीकों पर भी चर्चा हो रही है. इसमें एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन भी शामिल हैं. हालांकि, अभी अधिकारियों और राजनयिकों के नाम का खुलासा नहीं किया है कि क्योंकि यह प्रस्ताव अभी बातचीत के दौर में हैं.
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