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Bangladesh On India: बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) के प्रमुख मेजर जनरल मोहम्मद अशरफुज्जमां सिद्दीकी ने हाल ही में बयान दिया कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमले की खबरों को “बढ़ा-चढ़ाकर” पेश किया गया है. उनका कहना है कि वास्तविकता में स्थिति उतनी गंभीर नहीं है, जितनी बताई जा रही है.
मेजर जनरल सिद्दीकी ने कहा कि बांग्लादेश एक बहुलतावादी समाज है, जहां सभी धर्मों के लोग एक साथ रहते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि कुछ घटनाओं को मीडिया और अन्य स्रोतों की ओर से अतिशयोक्ति के साथ प्रस्तुत किया गया है, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गलत धारणाएं बनी हैं.
अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा
बांग्लादेश सरकार ने कई बार स्पष्ट किया है कि वह देश में अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. सरकार ने धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ाने, कानून व्यवस्था को मजबूत करने और किसी भी प्रकार की हिंसा पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं. हालांकि, मेजर जनरल सिद्दीकी का यह बयान उस समय आया है, जब बांग्लादेश को अल्पसंख्यक समुदायों पर हमलों को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है. हालांकि, सिद्दीकी ने यह स्पष्ट किया कि सरकार और सुरक्षा बल इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं और स्थिति को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
BSF और BGB के बीच सम्मेलन
सीमा सुरक्षा बल की प्रेस रिलीज के अनुसार, भारत के सीमा सुरक्षा बल (BSF) और बांग्लादेश के बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) के बीच 55वां महानिदेशक स्तरीय सीमा समन्वय सम्मेलन 17 फरवरी, 2025 को नई दिल्ली में शुरू हुआ.17 से 20 फरवरी तक चलने वाले चार दिवसीय सम्मेलन का उद्देश्य सीमा-संबंधी महत्वपूर्ण मुद्दों को संबोधित करना और दोनों सीमा-रक्षक बलों के बीच समन्वय बढ़ाना है. बीएसएफ प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व BSF के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने किया और BGB प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व मेजर जनरल मोहम्मद अशरफुज्जमां सिद्दीकी, OSP, BSP, SUP, BGBM, NDC, PSC, MFIL, महानिदेशक, बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश ने किया.
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