
[ad_1]
Salman Rushdie Attacker: जाने-माने लेखक सलमान रुश्दी पर चाकू से हमला करने वाले 27 वर्षीय हादी मतार को न्यूयॉर्क की एक जूरी ने हत्या के प्रयास और संघीय आतंकवाद से संबंधित आरोपों में दोषी ठहराया है. मतार को 30 साल से ज्यादा की सजा हो सकती है. 23 अप्रैल को हादी मतार को सजा सुनाई जाएगी. यह हमला 12 अगस्त 2022 को हुआ था, जब रुश्दी चौटाउक्वा इंस्टीट्यूशन के मंच पर एक भाषण देने वाले थे.
सलमान रुश्दी को हमले में गंभीर चोटें आई थीं. उनकी गर्दन, पेट और छाती पर कई बार चाकू से वार किया गया. उनकी दाहिनी आंख खराब हो गई और एक हाथ में परेशानी आ गई. रुश्दी का लीवर भी क्षतिग्रस्त हो गया और उन्हें तुरंत सर्जरी के लिए अस्पताल ले जाया गया.
हमले के बाद हादी मतार ने क्या कहा था?
हादी मतार ने अदालत में कहा कि मुझे नहीं लगा था कि सलमान रुश्दी हमले के बाद बच पाएंगे. उसने कहा, “जब मैंने सुना कि वह बच गए तो मुझे आश्चर्य हुआ.” मतार ने यह भी स्वीकार किया कि वो दिवंगत ईरानी सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खुमैनी का सम्मान करता है, जिनके फतवे के तहत 1988 के उपन्यास ‘द सैटेनिक वर्सेज’ के बाद रुश्दी के खिलाफ मौत का आह्वान किया गया था. मतार ने कहा कि उसने उपन्यास के कुछ पन्ने ही पढ़े हैं, लेकिन इसे पूरी तरह से नहीं पढ़ा है.
द सैटेनिक वर्सेज विवाद
1988 में ‘द सैटेनिक वर्सेज’ की रिलीज के बाद से ही सलमान रुश्दी को मौत की धमकियां मिलनी शुरू हो गई थीं. किताब को कई मुस्लिम समुदायों ने ईशनिंदा माना और इसके खिलाफ आक्रोश फैल गया. इसके बाद रुश्दी ने 10 साल ब्रिटिश संरक्षण में बिताए थे.
कौन है हादी मतार?
हादी मतार एक अमेरिकी-लेबनानी व्यक्ति है, जिसने तीन साल पहले भारतीय मूल के ब्रिटिश लेखक सलमान रुश्दी पर हमला किया था, जिसमें उनकी एक आंख खराब हो गई. इस क्रम में उसे शनिवार (22 फरवरी) को पश्चिमी न्यूयॉर्क में एक जूरी ने हत्या के प्रयास का दोषी ठहराया गया था.
ये भी पढ़ें: Russia-Ukraine War: पुतिन के लिए G7 देशों से भिड़ गए ट्रंप! जानें क्या है वो बात जिसकी वजह से मच सकता है भारी बवाल
[ad_2]