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<p style="text-align: justify;">सूडानी सशस्त्र बलों (एसएएफ) ने घोषणा की है कि उन्होंने उत्तरी कोर्डोफन राज्य की राजधानी एल ओबैद की घेराबंदी समाप्त कर दी है और व्हाइट नाइल राज्य के अल-गिटैना शहर पर फिर से नियंत्रण हासिल कर लिया है.</p>
<p style="text-align: justify;">एसएएफ के प्रवक्ता नबील अब्दुल्ला ने कहा, “एसएएफ के अल-सैय्यद (मोबाइल फोर्स) ने सफलतापूर्वक एल ओबैद का मार्ग खोल दिया है और शहर में अल-हजाना फोर्स के साथ शामिल हो गए हैं.” उन्होंने आगे कहा, “व्हाइट नाइल राज्य के सैन्य बलों ने मिलिशिया फोर्स को नष्ट कर दिया और अल-गिटैना शहर को पूरी तरह अपने नियंत्रण में ले लिया है.”</p>
<p style="text-align: justify;">सिन्हुआ समाचार एजेंसी के अनुसार, सेना की इकाइयां उत्तरी कोर्डोफन राज्य के अल-राहद शहर से आगे बढ़कर एल ओबेद पहुंची हैं. यह शहर गृहयुद्ध शुरू होने के बाद से अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्स (आरएसएफ) के कब्जे में था.</p>
<p style="text-align: justify;">एल ओबैद सूडान के व्यापार और कृषि के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है. यह शहर दक्षिण सूडान से पूर्वी सूडान के पोर्ट सूडान तक जाने वाली तेल पाइपलाइन के रास्ते में पड़ता है. इसके अलावा, यह क्षेत्र रणनीतिक रूप से भी काफी अहम माना जाता है.</p>
<p style="text-align: justify;">हाल ही में सेना ने घोषणा की थी कि उसने विभिन्न मोर्चों पर आरएसएफ के खिलाफ अपनी स्थिति मजबूत कर ली है.</p>
<p style="text-align: justify;">17 फरवरी को सेना ने कहा, “हमने बहरी शहर में काफ़ौरी क्षेत्र पर पूरा नियंत्रण हासिल कर लिया है, जो शहर में आरएसएफ का आखिरी गढ़ था.”</p>
<p style="text-align: justify;">सूडान में पिछले साल अप्रैल से एसएएफ और आरएसएफ के बीच भीषण संघर्ष जारी है. अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के अनुसार, इस युद्ध में अब तक कम से कम 29,683 लोगों की जान जा चुकी है और बड़ी संख्या में लोग बेघर हो गए हैं.</p>
<p style="text-align: justify;">इस संघर्ष के कारण सूडान की अर्थव्यवस्था और बुनियादी ढांचा बुरी तरह प्रभावित हुआ है. हजारों लोग पड़ोसी देशों में शरण लेने को मजबूर हुए हैं. हालात को देखते हुए कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने संघर्ष विराम की अपील की है, लेकिन अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकल पाया है.</p>
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