
बेंगलुरु: पुलिस सूत्रों के अनुसार, दक्षिण बेंगलुरु के एक घर में अपनी पत्नी की चाकू मारकर हत्या करने और उसके शव को सूटकेस में भरकर फरार होने वाले शख्स ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उसने बताया कि उसने यह जुर्म क्यों किया।
राकेश खेडेकर, एक प्राइवेट कंपनी में सीनियर प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर, ने 26 मार्च की रात हुलिमावु के पास डोड्डकम्मनहल्ली स्थित अपने घर में अपनी 32 वर्षीय पत्नी गौरी संबरेकर की हत्या कर दी। मामले ने तब अचानक करवट ली जब उसने गौरी के भाई को फोन करके हत्या कबूल कर ली।
राकेश को 2 अप्रैल को पुलिस हिरासत में लिया गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान राकेश ने स्वीकार किया कि वह गौरी द्वारा उसके माता-पिता और छोटी बहन का लगातार अपमान किए जाने से परेशान था।
सूत्रों के अनुसार, राकेश ने कहा, “गौरी हमेशा मेरे पिता, माता और बहन के बारे में बुरा बोलती थी। वह घर और बाहर उनका अपमान करती थी। उसने बेंगलुरु शिफ्ट होने, नई नौकरी ढूंढने और नई जिंदगी शुरू करने का सुझाव दिया। वह स्कूल के दिनों से ही मुझ पर हावी थी, लेकिन मैं उससे पागलों की तरह प्यार करता था। बेंगलुरु में करीब एक महीने तक नौकरी न मिलने के कारण वह मुंबई वापस जाना चाहती थी और इस बात पर अक्सर झगड़ा करती थी।”
राकेश के बयान के अनुसार, 26 मार्च की शाम वे दोनों घर पर कुछ वक्त साथ बिताए। बाद में वे टहलने के लिए पास के खुले मैदान में गए। घर लौटते समय उन्होंने शराब और स्नैक्स खरीदे। वे शाम करीब 7:30 बजे घर पहुंचे।
राकेश रोज काम खत्म करने के बाद शराब पीता था। गौरी उसे स्नैक्स परोसकर और गाने लगाकर साथ देती थी। उस कालरात्रि को दोनों ने बारी-बारी से अपने पसंदीदा गाने बजाने का फैसला किया।
राकेश ग्लास लेकर बैठ गया और गाने बजाने लगा, जबकि गौरी ने चावल बनाए। कुछ गाने बजाने के बाद जब गौरी की बारी आई, तो उसने एक मराठी गाना बजाया, जिसमें पिता-पुत्र के रिश्ते पर कुछ टिप्पणियां थीं। उसने गाने से राकेश का मजाक उड़ाया। वह उसके चेहरे के पास गई, गाल फुलाए और बार-बार उसके चेहरे पर हवा फेंकी। गुस्सा होकर राकेश ने उसे धक्का दे दिया। वह किचन के पास गिरने ही वाली थी। गुस्से में उसने किचन से चाकू लिया और उसे गालियां देते हुए उसकी ओर फेंका।
आवेश में आकर राकेश ने चाकू उठाया और रात 8:45 से 9:00 बजे के बीच उसे गर्दन में दो बार और पेट में एक बार चाकू मार दिया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि खून बहते देख वह उसके पास बैठ गया और समझाने लगा कि उसके व्यवहार ने उसे क्यों परेशान किया।
गौरी ने मुंबई वापस जाने के लिए कपड़े पैक करने के लिए एक सूटकेस खाली किया था। राकेश ने दावा किया कि उसने उसकी नब्ज चेक की, और सूटकेस में शव डालते समय वह बंद हो गई। जब वह सूटकेस को किचन से बाथरूम की ओर खींच रहा था, तो उसका हैंडल टूट गया। राकेश ने खून निकालने के लिए सूटकेस को बाथरूम के पास रख दिया।
उसने घर की सफाई की, और शव ले जाने की योजना फेल होने पर रात करीब 12:45 बजे घर को ताला लगाकर चला गया। वह महाराष्ट्र के शिरवाल तक गया, जहां उसे गिरफ्तार कर लिया गया।