
PM मोदी ने तमिलनाडु में एशिया के पहले वर्टिकल लिफ्ट रेल ब्रिज का उद्घाटन किया – जानिए इसकी खास बातें!
रामेश्वरम (तमिलनाडु): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को तमिलनाडु के रामेश्वरम में एशिया के पहले वर्टिकल लिफ्ट स्पैन रेलवे ब्रिज का उद्घाटन किया। इस ऐतिहासिक ब्रिज का नाम पम्बन ब्रिज है, जो 2.08 किलोमीटर लंबा है और रामेश्वरम (पम्बन द्वीप) को मंडपम (मुख्य भूमि) से जोड़ता है। इसकी नींव 2019 में खुद PM मोदी ने रखी थी।
क्या है इस ब्रिज की खासियत?
- डबल ट्रैक और हाई-स्पीड ट्रेनों के लिए डिज़ाइन – भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया गया।
- जंग-रोधी कोटिंग – स्टील पर पॉलीसिलोक्सेन लेयर लगाई गई है, जो समुद्री नमकीन पानी से बचाव करेगी।
- सिर्फ 5 मिनट में ऊपर उठता है – जहाजों के गुजरने पर 22 मीटर ऊपर उठ जाता है और सिर्फ 1 व्यक्ति इस प्रक्रिया को कंट्रोल कर सकता है।
- पुराने ब्रिज की तुलना में अधिक मॉडर्न – पहले 14 लोगों की जरूरत पड़ती थी, अब ऑटोमैटिक सिस्टम से काम होता है।
क्यों बनाया गया नया पम्बन ब्रिज?
पुराना पुल 108 साल तक सेवा देने के बाद 2022 में जंग लगने के कारण बंद कर दिया गया था। इससे रामेश्वरम और मंडपम के बीच रेल कनेक्टिविटी खत्म हो गई थी। नया ब्रिज 100 साल तक चलेगा और हाई-टेक सुरक्षा फीचर्स से लैस है।
धार्मिक और सामरिक महत्व
- रामायण कनेक्शन – यह क्षेत्र रामसेतु के निर्माण स्थल के नजदीक है, इसलिए आस्था का केंद्र भी है।
- सामरिक दृष्टि से अहम – यह ब्रिज भारत-श्रीलंका कनेक्टिविटी को मजबूत करता है।
PM मोदी ने लॉन्च किए 8300 करोड़ के प्रोजेक्ट्स
प्रधानमंत्री ने इस दौरान तमिलनाडु में 8300 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत वाले कई रेल और सड़क प्रोजेक्ट्स का भी शिलान्यास और उद्घाटन किया।
कैसे काम करता है वर्टिकल लिफ्ट ब्रिज?
- जहाज आने पर सेंटर स्पैन ऊपर उठता है।
- इलेक्ट्रो-मैकेनिकल सिस्टम से कंट्रोल होता है।
- 58 km/h से ज्यादा हवा की रफ्तार होने पर सिस्टम लॉक हो जाता है।
ट्रायल सफल, अब नियमित ट्रेनें चलेंगी
- जुलाई 2024 में पहला लाइट इंजन ट्रायल हुआ।
- जनवरी 2025 में रामेश्वरम एक्सप्रेस का सफल ट्रायल किया गया।
- CRS (रेलवे सुरक्षा आयुक्त) ने 75 km/h की स्पीड मंजूर की है।