
पहलगाम आतंकी हमला: भारत ने सिंधु जल संधि निलंबित की, पाकिस्तान ने दी धमकी!
कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई की घोषणा की है। 26 निर्दोष लोगों की हत्या के बाद भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है, जिससे पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। पाकिस्तानी नेताओं ने भारत को जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर इसका गंभीर असर पड़ेगा।
पाकिस्तान को मिली बड़ी चेतावनी, सिंधु नदी का पानी रोकने की तैयारी
पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने भारत को धमकी देते हुए कहा – “सिंधु नदी में या तो हमारा पानी बहेगा, या फिर उनका खून बहेगा!” इसके जवाब में भारत ने सिंधु जल संधि पर रोक लगा दी है, जिससे पाकिस्तान की कृषि और बिजली उत्पादन पर भारी संकट आ सकता है।
क्या है सिंधु जल संधि?
1960 में हुई इस संधि के तहत रावी, ब्यास और सतलुज नदियों का पानी भारत को मिला, जबकि सिंधु, झेलम और चिनाब का 80% हिस्सा पाकिस्तान को दिया गया। पाकिस्तान की 90% कृषि और ⅓ बिजली उत्पादन इसी पानी पर निर्भर है। अब भारत ने इस संधि को निलंबित कर दिया है, जिससे पाकिस्तान में भयानक जल संकट पैदा हो सकता है।
क्या भारत सच में पानी रोक सकता है? विशेषज्ञों ने दिया ये जवाब
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भारत के पास पश्चिमी नदियों का पानी रोकने की पूरी क्षमता नहीं है, क्योंकि इसके लिए बड़े स्टोरेज डैम और नहरों की जरूरत है।
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हालांकि, भारत अचानक गाद छोड़कर पाकिस्तान को नुकसान पहुंचा सकता है।
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टफ्ट्स यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर हसन एफ खान के अनुसार, “भारत के पास इतना बुनियादी ढांचा नहीं है कि वह पूरा पानी रोक सके, लेकिन वह ‘वॉटर बम’ का इस्तेमाल कर सकता है।”
पाकिस्तान पर क्या होगा असर?
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कृषि संकट: 90% सिंचाई सिंधु नदी पर निर्भर, फसलों को भारी नुकसान।
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बिजली संकट: हाइड्रोपावर प्रभावित होगा, कोयले का आयात बढ़ेगा।
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आर्थिक तबाही: पहले से कर्ज में डूबे पाकिस्तान की GDP को झटका लगेगा।
निष्कर्ष: पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं!
भारत का यह कदम पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है। अगर पाकिस्तान ने आतंकवाद को समर्थन देना नहीं छोड़ा, तो भारत और भी सख्त कार्रवाई कर सकता है। अब देखना ये है कि पाकिस्तान की सरकार और सेना इस चुनौती का कैसे सामना करती है!