बेंगलुरु में पहली बार: निजी कंपनी को सरकारी जमीन पर फ्लाईओवर बनाने की मंजूरी
बेंगलुरु: आमतौर पर सरकारी जमीन पर सड़क या फ्लाईओवर का निर्माण सरकारी धन से ही किया जाता है, लेकिन अब बेंगलुरु में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। यहां एक रियल एस्टेट कंपनी को पहली बार सरकारी जमीन पर निजी तौर पर फ्लाईओवर बनाने की अनुमति मिल गई है। प्रेस्टीज ग्रुप नामक कंपनी अब 1.5 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड फ्लाईओवर बनाएगी, जो बेल्लांदूर के टेक पार्क को बेंगलुरु की आउटर रिंग रोड से जोड़ेगा।
बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) से मंजूरी मिलने के बाद यह प्रोजेक्ट आगे बढ़ रहा है। डेक्कन हेराल्ड की रिपोर्ट के अनुसार, यह फ्लाईओवर एक सार्वजनिक सड़क और स्टॉर्मवॉटर ड्रेनेज के किनारे से गुजरेगा। इसके साथ ही, प्रेस्टीज ग्रुप उन चुनिंदा कंपनियों में शामिल हो गया है, जो अपने प्रोजेक्ट्स तक आसान पहुंच के लिए सरकारी जमीन पर ऐसा ढांचा बनाएंगी।
क्या है डील?
मंजूरी के बदले में कंपनी ने भीड़भाड़ वाले करियोमन्ना अग्रहरा रोड के चौड़ीकरण और फ्लाईओवर की लागत वहन करने का प्रस्ताव दिया है। हालांकि, बीबीएमपी ने शर्त रखी है कि यह फ्लाईओवर आम जनता के लिए भी खुला होना चाहिए।
कैसे मिली मंजूरी?
प्रेस्टीज ग्रुप ने पहली बार 2022 में और फिर नवंबर 2023 में इसकी अनुमति मांगी थी, लेकिन शुरू में इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया। बाद में कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी दिखाई, जिसके बाद आधिकारिक स्वीकृति मिल गई।
यह मामला इसलिए भी खास है क्योंकि अब तक सार्वजनिक ढांचों का निर्माण सरकारी एजेंसियों द्वारा ही किया जाता था, लेकिन अब निजी कंपनियां भी इस तरह के प्रोजेक्ट्स में भागीदारी कर रही हैं। इससे शहरी विकास के नए रास्ते खुल सकते हैं।