
[ad_1]
Congo conflict violence: पूर्वी कांगो में संघर्ष एक बार फिर से उग्र हो गया है. हाल ही में रवांडा समर्थित M23 विद्रोहियों ने कांगो के सबसे बड़े शहरों में से एक, गोमा, पर कब्जा कर लिया, जिसके परिणामस्वरूप सैकड़ों लोग मारे गए और हजारों घायल हो गए. यह संघर्ष, जो कांगो के खनिज संपदा वाले पूर्वी हिस्से पर नियंत्रण के लिए जारी है, अब एक नया रूप ले चुका है और मानवीय संकट को और बढ़ा दिया है.
कांगो के अधिकारियों के अनुसार, इस हफ्ते पूर्वी कांगो के गोमा और इसके आसपास के क्षेत्रों में M23 विद्रोहियों और कांगो सेना के बीच संघर्ष में कम से कम 773 लोग मारे गए, और 2,880 से अधिक घायल हुए हैं. कांगो सरकार के प्रवक्ता पैट्रिक मुयाया ने कहा कि मरने वालों की संख्या इससे भी अधिक हो सकती है. यह लड़ाई पूर्वी कांगो में चल रही संघर्ष की एक कड़ी है, जो पिछले एक दशक से भी अधिक समय से चल रहा है.
गोमा के नागरिक लौट रहे हैं
लड़ाई के बाद अब गोमा के कई निवासी अपने घरों की ओर लौट रहे हैं. शनिवार को विद्रोहियों ने बिजली और पानी की आपूर्ति सहित अन्य आवश्यक सेवाओं को बहाल करने का वादा किया, जिसके बाद सैकड़ों लोग शहर लौटने लगे. जीन मार्कस, जो एक स्थानीय निवासी हैं और जिनके एक रिश्तेदार इस लड़ाई में मारे गए थे, ने कहा, “मैं थक गया हूं और नहीं जानता कि किस रास्ते पर जाऊं.”
M23 विद्रोही समूह और संघर्ष के पीछे की वजह
M23 विद्रोही समूह, कांगो के पूर्वी हिस्से में सबसे शक्तिशाली सशस्त्र समूहों में से एक है. कांगो की इस खनिज-समृद्ध भूमि पर कब्जा जमाने के लिए 100 से अधिक सशस्त्र समूहों के बीच संघर्ष जारी है. M23 को पड़ोसी रवांडा के समर्थन का आरोप लगाया गया है, जिसमें संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों ने दावा किया है कि विद्रोहियों को लगभग 4,000 रवांडा सैनिकों का समर्थन प्राप्त है. यह पहली बार नहीं है जब M23 ने गोमा पर कब्जा किया है. इससे पहले 2012 में भी इस विद्रोही समूह ने शहर पर कब्जा जमाया था और कुछ दिनों तक इसे अपने नियंत्रण में रखा था.
कांगो की सेना और संयुक्त राष्ट्र की प्रतिक्रिया
संघर्ष के इस चरण में कांगो की सेना कमजोर पड़ गई है. हाल ही में, कांगो की सेना ने कई सैनिक खो दिए हैं, और विदेशी भाड़े के सैनिकों ने विद्रोहियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है. इस बीच, संयुक्त राष्ट्र की शांति सेना के प्रमुख जीन-पियरे लैक्रोइक्स ने कहा कि M23 विद्रोही दक्षिण किवु प्रांत की राजधानी बुकावू से लगभग 60 किलोमीटर (37 मील) उत्तर में आ गए हैं.
गोमा पर कब्जा एक मानवीय संकट
गोमा पर कब्जा एक गंभीर मानवीय संकट को जन्म दे सकता है. यह शहर पूर्वी कांगो में संघर्ष से विस्थापित हुए लगभग 6 मिलियन लोगों के लिए एक प्रमुख केंद्र है. संघर्ष के कारण मानवीय सहायता वितरण बाधित हो गया है, और अब बुकावु की ओर बढ़ते विद्रोहियों के कारण और अधिक विस्थापन की आशंका बढ़ गई है.
विद्रोहियों द्वारा अत्याचार
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय के प्रवक्ता जेरेमी लॉरेंस ने बताया कि M23 विद्रोहियों द्वारा नागरिकों की गैर-न्यायिक हत्या और बलपूर्वक भर्ती की घटनाएं सामने आई हैं. लॉरेंस ने यह भी बताया कि जनवरी के अंतिम दिनों में M23 ने कम से कम 12 लोगों को फांसी दी और कई स्कूलों और अस्पतालों पर कब्जा कर लिया.
कांगो की सेना पर भी आरोप
जहां एक ओर विद्रोही समूहों पर अत्याचार के आरोप लगे हैं, वहीं कांगो की सेना पर भी यौन हिंसा के आरोप लगाए गए हैं. संयुक्त राष्ट्र ने बताया कि दक्षिण किवु में कांगो की सेना के जवानों ने 52 महिलाओं के साथ बलात्कार किया.
पूर्वी कांगो में जारी संघर्ष
पूर्वी कांगो में जारी संघर्ष, जो खनिज संसाधनों पर कब्जे और जातीय मुद्दों से प्रेरित है, ने हजारों लोगों की जान ले ली है और लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित किया है. अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से इस संघर्ष को रोकने और मानवीय संकट को हल करने के लिए कदम उठाने की अपील की जा रही है.
ये भी पढ़ें: Dubai Hotel Rate: दुबई के होटलों के अचानक बढ़ने लगे दाम, जानें ऐसा क्या हुआ कि लोग मुंह मांगी कीमत देने को तैयार?
[ad_2]