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Asteroid 2024 YR4 Earth : अंतरिक्ष में एक विशालकाय ऐस्टरॉयड (उल्कापिंड) पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है. इस ऐस्टरॉयड ने वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ा दी है. दरअसल, वैज्ञानिकों ने इस विशालकाय उल्कापिंड की धरती से टकराने की आशंका जताई है. जिसे लेकर अब संयुक्त राष्ट्र (UN) भी ऐक्शन में आ गया है. संयुक्त राष्ट्र के खगोलविद भी इस ऐस्टरॉयड पर अपनी नजर बनाए हुए हैं.
अंतरिक्ष एजेंसी का क्या कहा?
यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) ने कहा, “इस ऐस्टरॉयड के 22 दिसंबर, 2032 को पृथ्वी के पास से सुरक्षित रूप से गुजरने की 99 प्रतिशत संभावना है. लेकिन इसकी टकराने के एक प्रतिशत संभावना को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है.” एजेंसी ने आगे कहा, “ऐसा कोई भी टकराव धरती पर एक बहुत बड़ी तबाही का कारण बन सकता है और इस तबाही की जद में दक्षिण एशिया के देश विशेषकर भारत-पाकिस्तान और इसके आसपास के देश आ सकते हैं.”
उल्लेखनीय है कि इस ऐस्टरॉयड का नाम वैज्ञानिकों ने 2024 YR4 रखा है, जिसका आकार 40 से 90 मीटर के बीच है. ईएसए ने कहा कि इस ऐस्टरॉयड के सुरक्षित रूप से पृथ्वी से टकराने के संभावना करीब 1.3 प्रतिशत आंकी गई है. ऐसे में संयुक्त राष्ट्र की ग्रह रक्षा संस्थाएं एक ऐस्टरॉयड की बारीकी से निगरानी कर रही है. खगोलविद फिलहाल ऐस्टरॉयड के आकार और रफ्तार की गणना कर रहे है. इसे टोरिनो इंपैक्ट हैजर्ड स्केल पर 3 का दर्जा दिया गया है.
अगर धरती से टकराया तो मचेगी तबाही
एक्सपर्ट का कहना है कि अगर यह एस्टेरॉयड धरती से टकराता है तो इसमें परमाणु बम जितनी तबाही मचाने की ताकत होगी और अगर यह किसी आबादी वाले इलाके में गिरता है तो इससे काफी गंभीर नुकसान हो सकता है. हालांकि इस बात की अधिक संभावना है कि 2024 YR4 समुद्र या धरती के किसी दूरस्थ भाग में गिरेगा. फिलहाल यह ऐस्टरॉयड धरती से काफी दूर है और यह तय करना मुश्किल है कि ऐस्टरॉयड की टकराने की स्थिति में इससे क्या असर होगा.
ऐस्टरॉयड को लेकर क्या कहते हैं वैज्ञानिक?
रॉयल एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी के डॉ. रॉबर्ट मैसी ने कहा, “अभी इस बारे में ज्यादा चिंता की बात नहीं है, लोगों को भी घबराने की जरूरत नहीं है. 2022 में नासा ने डार्ट मिशन के जरिए एक ऐस्टरॉयड का रास्ता सफलतापूर्वक बदला था. ऐसे में अगर YR4 के धरती से टकराव का खतरा बना रहता है तो संयुक्त राष्ट्र की टीमें इस पर कार्रवाई करने के ऑप्शन पर विचार करेगी.
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