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Bangladesh Ruckus: बांग्लादेश में तसलीमा नसरीन की किताब बेचने पर जमकर बवाल हुआ है. प्रदर्शनकारियों के एक ग्रुप ने ढाका में बुक स्टॉल पर धावा बोल दिया. इतना ही नहीं इस्लामी कपड़े पहने लोगों ने कान पकड़कर माफी भी मंगवाई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मामले में मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं.
बांग्लादेश के बीडीन्यूज24 की रिपोर्ट के मुताबिक, ये घटना सोमवार (10 फरवरी, 2025) को अमर एकुशे बुक फेयर में पब्लिशिंग हाउस सब्यसाची प्रोकाशोनी के स्टॉल पर हुई. तौहीदी जनता के बैनर तले एक ग्रुप ने बुक स्टॉल पर धावा बोल दिया. इस ग्रुप ने पब्लिशर को घेर लिया और जमकर नारेबाजी की. बाद में पुलिस ने हस्तक्षेप किया और पब्लिश शताब्दी वोटो को कंट्रोल रूम में लेकर गए.
यूनुस की अंतरिम सरकार की हो रही आलोचना
बात यहीं खत्म नहीं हुई. इन प्रदर्शनकारियों ने पुलिस कंट्रोल रूम को भी घेर लिया, जिसके बाद तनाव और बढ़ गया. मामले को लेकर यूनुस की अंतरिम सरकार की जमकर आलोचना भी हुई. उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिया कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए. मुख्य सलाहकार के ऑफिस से जारी एक बयान में कहा गया, “इस तरह का अव्यवस्थित व्यवहार नागरिकों के अधिकारों और बांग्लादेश के कानूनों दोनों का उल्लंघन करता है.”
जांच के लिए सात सदस्यीय समिति का गठन
वहीं, बांग्ला अकादमी ने पब्लिशिंग हाउस पर हुए हमले और अराजकता की जांच के लिए सात सदस्यीय समिति का गठन किया है. बांग्ला अकादमी ने मंगलवार (11 फरवरी) को एक बयान में कहा कि समिति को तीन वर्किंग डेज के अंदर अपनी रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है. उधर, घटना के बाद से सब्यसाची स्टॉल नंबर 128 बंद है.
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में इस्लामी पोशाक पहने कुछ लोग स्टॉल के सामने भीड़ लगाए हुए हैं और अंदर मौजूद एक व्यक्ति को कान पकड़कर माफी मांगने के लिए मजबूर कर रहे हैं.
बांग्लादेश की लेखिका तसलीमा नसरीन 90 के दशक से ही आलोचना का शिकार रही हैं. उनके खिलाफ फतवे जारी किए गए, धमकियां भी मिलीं. इसके बाद उनको बांग्लादेश छोड़ना पड़ा और अभी वो भारत में रह रही हैं.
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