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Hamas Return Bodies Of Israeli Hostages: गाजा युद्ध को समाप्त करने के उद्देश्य से चल रहे युद्धविराम समझौते के तहत, हमास ने गुरुवार (20 फरवरी,2025) को चार इजरायली बंधकों के शव सौंपे. इनमें एक महिला और उनके दो छोटे बच्चे शामिल थे, जिन्हें अक्टूबर 2023 में इजरायल पर हुए हमले के दौरान अपहृत किया गया था.
यह पहली बार है जब हमास ने युद्धविराम के बीच बंधकों के शव लौटाए हैं. इजरायल ने स्पष्ट किया है कि जब तक डीएनए जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक वह आधिकारिक रूप से उनकी पहचान की पुष्टि नहीं करेगा.
शवों में शिरी बिबास (32), उनके बेटे एरियल (4) और केफिर, और ओडेड लिफ्शिट्ज़ (83) शामिल थे. केफिर, जिसे उसकी मां और भाई के साथ अगवा किया गया था, उस समय सिर्फ नौ महीने का था. वहीं, सेवानिवृत्त पत्रकार लिफ्शिट्ज़, जो फिलिस्तीनी अधिकारों और शांति के लिए अभियान चला रहे थे, भी अपहरण का शिकार हुए थे.
हमास का दावा और इजरायली प्रतिक्रिया
हमास ने नवंबर 2023 में घोषणा की थी कि शिरी और उनके बेटे इजरायली हवाई हमले में मारे गए थे, लेकिन उनकी मौत से संबंधित कोई जानकारी नहीं दी गई थी. इसी तरह, लिफ्शिट्ज़ की मौत के लिए भी इजरायली हमलों को जिम्मेदार ठहराया गया था. इजरायल सरकार ने कभी भी हमास के इन दावों की पुष्टि नहीं की.
शिरी बिबास के पति यार्डेन बिबास को 16 महीने की कैद के बाद इस महीने की शुरुआत में रिहा कर दिया गया. लिफ्शिट्ज़ की पत्नी योचेवेड, जिन्हें भी अपहरण किया गया था, को नवंबर 2023 में एक सप्ताह के युद्धविराम के दौरान छोड़ दिया गया था.
हमास का बयान
शवों को रेड क्रॉस को सौंपने से पहले, हमास ने एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि उन्होंने बंधकों के जीवन की रक्षा और संरक्षण के लिए अपनी पूरी शक्ति झोंक दी थी. उन्होंने इजरायल पर आरोप लगाया कि “क्रूर और निरंतर बमबारी ने उन्हें सभी अपहृत लोगों को बचाने से रोक दिया.” गुरुवार को गाजा के खान यूनिस शहर में एकत्रित भीड़ ने देखा कि हथियारबंद हमास सदस्यों ने काले और छद्म वर्दी में चार ताबूतों को एक मंच पर ले जाकर सौंपा.
हमास की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में इजरायली झंडों में लिपटे ताबूतों के पास खड़े एक व्यक्ति के पोस्टर को दिखाया गया, जिसमें पैरों के बजाय जमीन में जड़ें थीं, यह दर्शाने के लिए कि भूमि फिलिस्तीनियों की है. एक अन्य पोस्टर में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को नुकीले दांतों वाले राक्षस के रूप में दिखाया गया, जिस पर लिखा था, “युद्ध अपराधी नेतन्याहू और उनकी नाजी सेना ने ज़ायोनी युद्धक विमानों से मिसाइलों से उन्हें मार डाला.”
इजरायल की प्रतिक्रिया और अगला कदम
इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने रेड क्रॉस की ओर से ताबूतों की प्राप्ति की पुष्टि की और कहा कि शवों की पहचान प्रक्रिया पूरी होने के बाद परिवारों को सूचित किया जाएगा. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार देर रात एक संक्षिप्त वीडियो बयान में कहा, “कल इजरायल के लिए बहुत मुश्किल दिन होगा. हम अपने चार प्यारे बंधकों को घर ला रहे हैं, जो मारे गए हैं. पूरे देश का दिल टूट गया है, लेकिन हम यह सुनिश्चित करने के लिए दृढ़ हैं कि ऐसा फिर कभी न हो.”
युद्धविराम समझौते के तहत बंधकों की अदला-बदली
युद्धविराम समझौता, जो 19 जनवरी को लागू हुआ, इजरायल की ओर से पकड़े गए फिलिस्तीनी कैदियों और गाजा में अपहृत इजरायली बंधकों के आदान-प्रदान का हिस्सा है. गुरुवार को सौंपे गए बंधकों के बाद, शनिवार को छह जीवित बंधकों को रिहा किया जाएगा. बदले में इजरायल सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ेगा, जिनमें महिलाएं और नाबालिग शामिल हो सकते हैं.
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