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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने शुक्रवार (14 फरवरी, 2025) को कहा कि उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय प्रवासियों को बेड़ियों में जकड़कर निर्वासित किए जाने को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने आपत्ति जताई होगी.
शशि थरूर ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के संयुक्त संवाददाता सम्मेलन से पता चलता है कि दोनों नेताओं के बीच अच्छी मुलाकात हुई. डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय समयानुसार शुक्रवार सुबह व्हाइट हाउस में वार्ता के लिए प्रधानमंत्री मोदी की मेजबानी की. इस दौरान दोनों ने द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की.
शशि थरूर ने इन्वेस्ट कर्नाटक शिखर सम्मेलन के मौके पर पीटीआई वीडियो से कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि बंद दरवाजों के पीछे उन्होंने (मोदी) अमेरिकियों से कहा होगा कि आप हमारे लोगों का अपमान नहीं कर सकते. आप उन्हें वापस भेज सकते हैं, वे अवैध हैं, हम उनका खयाल करेंगे, वे हमारे देश से हैं, लेकिन उन्हें बेड़ियों और हथकड़ियों में सैन्य विमान से वापस न भेजें… यह सही नहीं है’….’
लोकसभा सदस्य शशि थरूर ने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि उन्होंने (मोदी) इसे बंद दरवाजे के पीछे कहा है. हम नहीं जानते.’ अमेरिका का एक सैन्य विमान इस महीने की शुरुआत में अमेरिका में गैर कानूनी रूप से रह रहे 104 भारतीयों को वापस लाया था.
निर्वासित लोगों ने दावा किया था कि पूरी यात्रा के दौरान उनके हाथ और पैर लोहे की जंजीरों से बंधे हुए थे और अमृतसर में उतरने के बाद ही उन्हें बेड़ियों से मुक्त किया गया था. इस बीच खबरें हैं कि भारतीय अप्रवासियों के लेकर एक अमेरिकी विमान शनिवार को अमृतसर पहुंच रहा है.
कई रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि अवैध रूप से रह रहे भारतीय अप्रवासियों से भरा एक और अमृतसर पहुंच रहा है. हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इस बार कितने भारतीय अप्रवासियों को भेजा जा रहा है. पिछली बार ट्रंप प्रशासन के डिपोर्टेशन के तरीके से विपक्ष बेहद नाराज है और बार-बार सरकार की चुप्पी पर सवाल उठा रहा है. विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि ट्रंप से पीएम मोदी ने अवैध अप्रवासियों के मुद्दे पर बात की और कहा कि अगर किसी भी देश में अवैध अप्रवासी भारतीय नागरिक निकलता है तो सरकार उसे वापस लेने के लिए तैयार है.
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