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New Zealand News: न्यूजीलैंड में एक पहाड़ को इंसान का दर्जा दिया गया है. यहां के मूलनिवासी माओरी समुदाय एक पर्वत को अपना पूर्वज मानते हैं. यह पहाड़ इतना महत्वपूर्ण है कि इसे नए कानून के तहत कानूनी व्यक्ति का दर्जा प्रदान किया गया.
इस पर्वत का नाम माउंट तरानाकी है. इसे अब माओरी नाम ‘तारानाकी मौंगा’ से जाना जाएगा. न्यूजीलैंड में कानूनी व्यक्ति का दर्जा पाने वाली यह तीसरी प्राकृतिक संरचना बन गई है. इससे पहले यहां एक नदी और एक पवित्र भूमि क्षेत्र को भी यह दर्जा दिया जा चुका है. कानून के तहत अब तारानाकी मौंगा और उसके आसपास की चोटियों को व्यक्तियों के समान अधिकार, कर्तव्य और सुरक्षा प्राप्त होगी.
स्थानीय जनजातियों, इवी और सरकार के प्रतिनिधि करेंगे प्रबंधन
बीबीसी के अनुसार , इसका मतलब है कि तरानाकी मौंगा (माउंट तरानाकी) प्रभावी रूप से खुद का मालिक होगा. स्थानीय जनजातियों, इवी और सरकार के प्रतिनिधि मिलकर इसका प्रबंधन करेंगे. इस समझौते का उद्देश्य तरानाकी क्षेत्र के माओरी लोगों को उपनिवेशीकरण के दौरान उनके साथ किए गए अन्याय के लिए मुआवजा देना है, जिसमें व्यापक रूप से भूमि जब्ती भी शामिल है.
इसको लेकर सरकारी मंत्री पॉल गोल्डस्मिथ ने कहा, “हमें अतीत की गलतियों के कारण हुई पीड़ा को स्वीकार करना चाहिए, ताकि हम भविष्य में इवी को उनकी आकांक्षाओं और अवसरों को साकार करने में सहायता प्रदान कर सकें.”
उपनिवेशीकरण के बाद ले लिया गया था पर्वत
यह पर्वत न्यूजीलैंड के उपनिवेशीकरण के बाद तरानाकी क्षेत्र के माओरी लोगों से लिया गया था और इसे कानूनी मान्यता भी प्राप्त है. कानून के अनुसार, पर्वत के कानूनी व्यक्तित्व को ते काहुई तुपुआ कहा जाएगा, जिसे “एक जीवित और अविभाज्य संपूर्ण” माना जाएगा. इसमें तारानाकी और उसके आसपास की चोटियों और भूभाग को सम्मिलित किया गया है. इस पर्वत को पहले ब्रिटिश खोजकर्ता कैप्टन जेम्स कुक ने 1770 में माउंट एग्मोंट नाम दिया था.
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