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Pakistan Request To China: पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है. पड़ोसी देश चीन से लिए हुए कर्ज को चुकाने में असमर्थ है और इसे रिशेड्यूल करने की गुहार लगा रहा है. पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के चिह्नित विदेशी वित्तपोषण अंतर को पाटने के लिए चीन से 3.4 अरब डॉलर के लोन को दो साल के लिए पुनर्निर्धारित करने का अनुरोध किया है.
शनिवार (08 फरवरी, 2025) को एक मीडिया रिपोर्ट में यह कहा गया. पिछले पांच महीनों में इस्लामाबाद ने दूसरी बार बीजिंग से अपने एक्जिम बैंक की ओर से प्रदान किए जाने वाले ऋणों को पुनर्निर्धारित करने का अनुरोध किया है. सरकारी सूत्रों के हवाले से ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ ने कहा है कि उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने इसी सप्ताह बीजिंग की यात्रा के दौरान औपचारिक अनुरोध किया.
ब्याज का भुगतान करता रहेगा पाकिस्तान
सरकारी अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान ने चीन के निर्यात-आयात (एक्जिम) बैंक से अक्टूबर, 2024 से सितंबर, 2027 तक के लिए अपने ऋणों के पुनर्निर्धारण पर विचार करने का अनुरोध किया है. एक्ज़िम बैंक से प्राप्त आधिकारिक और गारंटीकृत ऋण को चुकाने के लिए दो साल का विस्तार मांगा गया. पाकिस्तान ब्याज का भुगतान करता रहेगा.
चीन से पाकिस्तान लगाए बैठा है उम्मीद
सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान को तीन वर्ष की कार्यक्रम अवधि के लिए पांच अरब डॉलर के बाहरी वित्तपोषण अंतर को पूरा करने के लिए वित्तपोषण स्रोतों की पहचान करनी थी. उन्होंने कहा कि चीनी अधिकारी सकारात्मक हैं और उम्मीद है कि बीजिंग पाकिस्तान की बाह्य वित्त पोषण संबंधी समस्याओं को कम करने के अनुरोध को स्वीकार कर लेगा.
इससे पहले, पिछले वर्ष सितंबर में वित्त मंत्री ने एक्जिम बैंक को पत्र लिखकर पुनर्निर्धारण का अनुरोध किया था. गुरुवार को चीन-पाकिस्तान के जारी संयुक्त बयान के अनुसार, पाकिस्तानी पक्ष ने अपनी राजकोषीय और वित्तीय स्थिरता के लिए चीन के बहुमूल्य समर्थन के लिए अपनी प्रशंसा दोहराई. यह बयान राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की बीजिंग की राजकीय यात्रा के बाद जारी किया गया.
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