
प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी में जनसभा को संबोधित किया, ‘सबका साथ, सबका विकास’ पर जोर दिया
वाराणसी – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वाराणसी में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए अपनी सरकार के विकास कार्यों का ब्योरा दिया और विपक्षी दलों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुछ राजनीतिक दल सिर्फ सत्ता पाने और अपने परिवारों को आगे बढ़ाने में लगे हैं, जबकि उनकी सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र पर चलकर देश की प्रगति के लिए काम कर रही है।
3,880 करोड़ रुपये की 44 परियोजनाओं का शिलान्यास
प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी में 3,880 करोड़ रुपये की 44 नई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इस दौरान उन्होंने कहा, “हमारी सरकार का लक्ष्य हर नागरिक के जीवन में सुधार लाना है। हमारा मार्गदर्शक सिद्धांत ‘सबका साथ, सबका विकास’ ही रहा है और इसी भावना से हम देश को आगे बढ़ा रहे हैं।”
‘परिवारवाद’ पर प्रहार, ‘जनसेवा’ पर जोर
मोदी ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा, “कुछ लोगों का मकसद सिर्फ सत्ता पाना है, उनका नारा है – ‘परिवार का साथ, परिवार का विकास’। लेकिन हमारा ध्यान हर नागरिक के कल्याण पर है।” उन्होंने कहा कि पहले पूर्वी उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी थी, लेकिन आज वाराणसी एक प्रमुख स्वास्थ्य केंद्र के रूप में उभर रहा है।
‘काशी बन रही है आरोग्य की राजधानी’
प्रधानमंत्री ने कहा, “10-12 साल पहले पूर्वांचल के लोगों को इलाज के लिए दूसरे शहरों का रुख करना पड़ता था, लेकिन आज काशी स्वास्थ्य सेवाओं का हब बन चुकी है। दिल्ली-मुंबई के बड़े अस्पताल अब यहां उपलब्ध हैं। यही सच्चा विकास है।” उन्होंने आयुष्मान भारत योजना का जिक्र करते हुए कहा कि अब गरीबों को इलाज के लिए कर्ज नहीं लेना पड़ेगा।
‘आयुष्मान वय वंदना योजना’ से बुजुर्गों को मिल रहा लाभ
मोदी ने कहा कि वाराणसी में 50,000 से अधिक बुजुर्गों को ‘आयुष्मान वय वंदना कार्ड’ मिल चुके हैं, जिससे उन्हें मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है। “यह कोई सिर्फ आंकड़ा नहीं है, बल्कि सेवा भाव का प्रतीक है,” प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण का समापन करते हुए कहा कि भारत की आत्मा उसकी विविधता में बसती है और काशी इसकी सबसे सुंदर मिसाल है। उन्होंने कहा, “हम विकास और विरासत को साथ लेकर चल रहे हैं और काशी इसका सबसे बेहतरीन उदाहरण है।”