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Israeli army New chief of staff Eyal Zamir Profile: इजराइल और हमास के बीच जारी जंग में एक नया मोड़ आ गया है. इजराइल के प्रधानंमत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने देश की सेना की कमान मेजर जनरल (रेस.) इयाल जमीर को सौंप दी है. इयाल जमीर को नया चीफ ऑफ स्टाफ नियुक्त किया गया है.
जमीर लेफ्टिनेंट जनरल हर्ज़ी हलेवी की जगह लेंगे , जिन्होंने 21 जनवरी को घोषणा की थी कि वह सेना की 7 अक्टूबर की विफलताओं के बाद इस्तीफा दे देंगे. हलेवी 5 मार्च को पद छोड़ने वाले हैं.
ईलाट में हुआ था जन्म
59 वर्षीय जमीर का जन्म और पालन-पोषण ईलाट में हुआ. वह आर्मर्ड कॉर्प्स में अपना करियर शुरू करने के लिए चीफ ऑफ स्टाफ बनेंगे. 1984 में सेना में शामिल होने के बाद वह एक टैंक कमांडर बन गए थे, इसके बाद वो धीरे-धीरे रैंक बढ़ते गए. उन्हें 2012-2015 तक नेतन्याहू के सैन्य सचिव के रूप में नियुक्त किया गया.
जमीर को 2018 और 2022 में भी चीफ ऑफ स्टाफ बनाने पर विचार किया गया था. 2023 में उन्हें रक्षा मंत्रालय का महानिदेशक नियुक्त किया गया. उनके पास तेल अवीव और हाइफ़ा विश्वविद्यालयों से भी डिग्री है और वे व्हार्टन विश्वविद्यालय के सामान्य प्रबंधन कार्यक्रम से स्नातक हैं.
तीन साल के लिए है कार्यकाल
IDF चीफ ऑफ स्टाफ का कार्यकाल तीन साल का होता है, जिसमें एक साल का विस्तार भी हो सकता है. अपना कार्यकाल खत्म होने से पहले पद छोड़ने वाले आखिरी चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट-जनरल डैन हलुट्ज थे, जिन्होंने 2006 के दूसरे लेबनान युद्ध के दौरान IDF की विफलताओं की वजह से 2007 में इस्तीफा दे दिया था.
उठी रही जांच आयोग की मांग
7 अक्टूबर को हुए हमले को लेकर इजरायल में विरोध भी बढ़ रही है. राजनीतिक और सैन्य विफलताओं की जांच के लिए सरकार द्वारा एक स्वतंत्र जांच आयोग नियुक्त करने की मांग बढ़ रही है. ऐसे आयोगों के पास गवाहों को बुलाने और सबूत इकट्ठा करने का व्यापक अधिकार होता है और इनका नेतृत्व सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ जज करते हैं. वे जांच के दायरे में आने वाले व्यक्तियों के बारे में व्यक्तिगत सिफारिशें शामिल कर सकते हैं, हालांकि सरकार सिफारिशों पर कार्रवाई करने के लिए बाध्य नहीं है.
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और सत्तारूढ़ गठबंधन का कहना है कि युद्ध के बाद ही एक स्वतंत्र आयोग नियुक्त किया जाना चाहिए.
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