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Rare Earth Minerals : रूस के साथ युद्ध लड़ने के लिए अमेरिका की मदद लेने वाला यूक्रेन अब उसी के चंगुल में फंस गया है, जो बाइडेन प्रशासन की शह पर यूक्रेन रूस से लंबी लड़ाई लड़ता रहा और इसके लिए अमेरिका से यूक्रेन को हथियारों और अरबों डॉलर्स की मदद मिलती रही. लेकिन अमेरिका की नई डोनाल्ड ट्रंप सरकार इसे सूद समेत वापस लेने की जिद पर अड़ी है. हालांकि अमेरिका यूक्रेन से डॉलर्स नहीं बल्कि यूक्रेन की धरती में छिपे दुर्लभ और अनमोल खनिज के भंडार के रूप में इसे वापस ले रहा है.
डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की इस शुक्रवार (28 फरवरी) को व्हाइट हाउस का दौरा करने वाले हैं, यहां वे डोनाल्ड ट्रंप के साथ यूक्रेन के खनिजों को लेकर समझौते पर साइन करेंगे. लेकिन अब सवाल यह है कि अमेरिका इन रेअर अर्थ मिनरल्स के भंडार को क्यों हासिल करना चाहता है और वह इससे क्या करेगा?
दरअसल, बात यह है कि जिसके पास भी धरती के इन दुर्लभ खनिजों के भंडार होंगे, वो भविष्य को कंट्रोल कर पाएगा. चीन और अमेरिका दोनों इसी खनिज भंडार को अपने अधिकार में करने की रेस में दौड़ रहे हैं. बता दें कि धरती के ये दुर्लभ खनिज आज के समय में आधुनिक टेक्नोलॉजी के लिए रीढ़ की हड्डी बन गए हैं. इनके उपयोग के बिना स्मार्टफोन, इलेक्ट्रिक वाहन से लेकर एडवांस मिलिट्री सिस्टम तक बनाना संभव नहीं है. ऐसे में आज हम उन टॉप 10 देशों में बारे में बताते हैं जहां ये दुर्लभ अर्थ मिनरल्स छिपे हैं.
दुनिया में कहां-कहां छिपा है धरती के रेअर मिनरल्स का खजाना?
यूएस भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) डेटा पर आधारित एक नए ग्लोबल मैप में धरती पर सबसे समृद्ध दुर्लभ खनिज भंडारों वाले देशों को दिखाया गया है. इन्हें इसलिए दुर्लभ कहा जाता है क्योंकि इन्हें धरती से निकलना काफी मुश्किल और महंगा होता है. USGS के मैप के मुताबिक, चीन में 44 मिलियन मीट्रिक टन का खनिज भंडार छिपा है और चीन ग्लोबल प्रोडक्शन का लीडर है. वहीं, इस लिस्ट में चीन के बाद अफ्रीका के मोरक्को और साउथ अफ्रीका में प्रचुर मात्रा में जस्ता, लिथियम और कोबाल्ट के भंडार है, जो रिन्यूएबल एनर्जी और बैटरी के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण होते हैं. इसके बाद दक्षिण अमेरिका के चिली और ब्राजील में लिथियम के विशाल भंडार छिपे हैं और यूक्रेन में टाइटेनियम और लिथियम के विशाल भंडार छिपे हैं. इसके अलावा ग्रीनलैंड में दुर्लभ अर्थ मिनरल्स और प्राकृतिक गैस के विशाल भंडार हैं.
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